पटना। Bihar ED Raid : राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और लालू के बेहद करीबी पूर्व मंत्री आलोक मेहता के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा है। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय कि यह कार्रवाई वैशाली कोऑपरेटिव बैंक से करोड़ो के लेनदेन प्रकरण में की गई है।
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फिलहाल 30 करोड़ रुपये से अधिक की लेनदेन की बात सामने आ रही है। आलोक मेहता राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं, उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का खास भी बताया जाता है। आलोक मेहता बिहार सरकार में मंत्री रहने के साथ ही समस्तीपुर से सांसद भी रह चुके हैं।
शुक्रवार की सुबह-सुबह प्रवर्तन निदेशालय (Bihar ED Raid) के अधिकारियों की एक टीम ने उनके पटना स्थित सरकारी आवास 12 मेंगल्स रोड स्थित सरकारी आवास पर पहुंच जांच पड़ताल शुरू की।
बताया जाता है कि जिस वक्त ED के अधिकारी मेहता के आवास पहुंचे नाइट गार्ड ने उन्हें अंदर प्रवेश करने से रोका, जिस पर टीम के अधिकारियों ने इसका विरोध किया और घर मे प्रवेश कर गए।
पटना के साथ ही मेहता के और दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी की बात सामने आ रही है। हालांकि, ईडी की ओर से अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। छापामारी उनके पैतृक आवास पर भी हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि यह चुनावी वर्ष है इसलिए विरोधी दल के नेताओं को डराने के लिए सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद लेती है। आलोक मेहता एक सज्जन व्यक्ति हैं और उन्हें बिना बात परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की गई है।
बिहार सहित इन राज्यों में छापामारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार, पश्चिम बंगाल (कोलकाता), उत्तर प्रदेश और दिल्ली में करीब 18 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि इनमें राजद विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता (58) से जुड़े परिसर शामिल हैं, जो बिहार स्थित वैशाली शहरी विकास (वीएसवी) सहकारी बैंक के प्रमोटर हैं।
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