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Smart Meter : ब‍िजली व‍िभाग आज से घरों में लगाएगा स्‍मार्ट मीटर, बुलाई गई पुल‍िस फोर्स

Smart Meter

किच्छा। Smart Meter : क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने के काम को गति प्रदान करने के लिए ऊर्जा निगम ने कमर कस ली है। सोमवार से दरऊ क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की ऊर्जा निगम शुरुआत करेगा। इस अभियान के लिए उर्जा निगम ने पूरी तैयारी कर ली है। जरूरत पड़ी तो पुलिस फोर्स का भी सहयोग लिया जा सकता है।

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ऊर्जा निगम किच्छा क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य को गति प्रदान कर रहा है। ऊर्जा निगम ने पहले चरण में सरकारी आवास के साथ ही स्वेच्छा से स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य को पूरा कर एक हजार से अधिक मीटर किच्छा क्षेत्र में लगा दिए हैं।

क‍िच्‍छा से ही क‍िया गया था स्‍मार्ट मीटर का व‍िरोध

खटीमा में शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी के अपने आवास पर स्मार्ट मीटर लगा संदेश देने के बाद उर्जा निगम ने किच्छा क्षेत्र में स्मार्ट मीटर के कार्य को गति देने की रणनीति तैयार कर ली है। स्मार्ट मीटर का सबसे पहले विरोध किच्छा से ही किया गया था। जिसके चलते जनपद में संदेश देने के लिए सोमवार को दरऊ क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने का काम उर्जा निगम द्वारा किया जाएगा।

पुल‍िस फोर्स का मांगा गया सहयोग

इसके लिए उर्जा निगम ने तैयारी कर ली है। किसी तरह के विरोध की संभावना के चलते पुलिस फोर्स का भी सहयोग मांगा गया है। जिसके चलते पुलिस को भी अलर्ट मोड में रखा गया है।

ताप के प्रताप से पहले बिजली उत्पादन को झटका

सर्दी का सीजन अब अंतिम चरण में है और गर्मी की दस्तक हो रही है। ताप का प्रताप भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है, लेकिन पारे का प्रकोप बढ़ने से पहले ही बिजली ने झटके के संकेत दे दिए हैं। हल्‍द्वानी में ठंड में पर्याप्त वर्षा और बर्फबारी नहीं होने से प्रदेश की जल विद्युत परियोजनाओं में बिजली का उत्पादन प्रभावित रहा है। ऐसे में फरवरी में लक्ष्य की अपेक्षा 5.47 प्रतिशत तक कम बिजली बनी है।

उत्तराखंड जल विद्युत निगम (यूजेवीएनएल) की ओर से जारी फरवरी के उत्पादन रिकार्ड से इसकी पुष्टि हुई है। निगम के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में 258.5 एमयू बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष 14 परियोजनाओं में 244.38 एमयू बिजली ही बन पाई। इससे पूर्व जनवरी और दिसंबर में भी बिजली उत्पादन टारगेट की तुलना में कम हुआ था। गर्मी शुरू होने से पहले ऐसी स्थिति होना अच्छे संकेत नहीं है। यदि आगामी महीनों में भी ऐसी ही हालात रहे तो प्रचंड गर्मी के समय में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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