हादसे की रात गलत दिशा में दौड़ती दिखी थी एक कार, 6 की हुई थी मौत

ओएनजीसी चौक के पास हुए भीषण हादसे में छह दोस्तों की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस को एक और अहम जानकारी मिली है। हादसे की रात एक कार को गलत दिशा में आते देखा गया था। युवक की कार भी दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची थी।

Manipur : मणिपुर में युवक के लापता होने से प्रदर्शन शुरू; CM बोले, अपराधियों की खैर नहीं

ओएनजीसी चौक पर हुए हादसे की रात एक सफेद रंग की कार पैसेफिक से गलत दिशा में दौड़ती कार के मामले में यातायात निदेशक ने जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही शिकायत को गंभीरता से न लेने वाले एएसआई की जांच भी खुलवाने के आदेश निदेशक ने दिए हैं।

हादसा रात 1.19 बजे हुआ

यातायात निदेशक ने इसे जिला पुलिस लापरवाही माना और उन्होंने छुट्टी से वापस लौटने के बाद ही इसे गंभीरता से लेते हुए यह निर्देश दिए हैं। गत 11 और 12 नवंबर की दरम्यानी रात ओएनजीसी चौक पर एक भीषण दुर्घटना में छह युवाओं की मौत हो गई थी। हादसा रात 1.19 बजे हुआ था। हादसे कुछ देर पहले ही एक युवक ने पैसेफिक मॉल के बाहर एक कार को गलत दिशा में आते देखा था। युवक की कार भी दुर्घटना होने से बाल-बाल बची थी।

युवक ने मसूरी डायवर्जन पर खड़े एएसआई को की थी शिकायत

ऐसे में युवक ने मसूरी डायवर्जन पर खड़े एएसआई मनवर नेगी को इसकी शिकायत की। लेकिन, आरोप है कि मनवर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने आगे कोई मैसेज भी फ्लैश नहीं किया। इसके बाद युवक ने कंट्रोल रूम को फोन किया और जिलाधिकारी व एसएसपी को एक ई-मेल भी की।

हादसे के बाद सुबह के वक्त युवक ने इसे दुर्घटनाग्रस्त इनोवा कार ही बताया था। लेकिन, ई-मेल में ह्यूंडई क्रेटा लिखा था। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि यह ह्यूंडई क्रेटा ही थी। लेकिन, आरोपी एएसआई पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए

अब छुट्टी से वापस लौटने के बाद यातायात निदेशक अरुण मोहन जोशी ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एएसआई मनवर सिंह नेगी की जांच खोलने के निर्देश भी दिए हैं। यातायात निदेशक ने जल्द से जल्द इसकी आख्या एसएसपी देहरादून से मांगी है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलवाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *