रुद्रप्रयाग। Kedarnath : केदारनाथ धाम के लिए पैदल यात्रा पांच दिन बाद फिर शुरू हो गई। बुधवार को 20 तीर्थयात्री पैदल मार्ग से बाबा के दर्शन को पहुंचे।
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इससे पूर्व 15 अगस्त को भी 200 तीर्थयात्री पैदल मार्ग से केदारनाथ (Kedarnath) पहुंचे थे, लेकिन लगातार वर्षा होने के कारण तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रख फिर इस पर आवाजाही रोक दी गई। पैदल मार्ग बीती 31 जुलाई को आई आपदा में 13 स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, इसलिए तब से पैदल यात्रा का संचालन नहीं हो रहा था।
महज 15 दिन में उसे आवाजाही लायक बना दिया मार्ग
मार्ग के क्षतिग्रस्त हिस्सों में आवाजाही को सुचारु करने के लिए प्रशासन ने हेलीकाप्टर से श्रमिक भेजे, जिन्होंने कड़ी मेहनत से महज 15 दिन में उसे आवाजाही लायक बना दिया। हालांकि, 15 अगस्त को सिर्फ एक दिन ही इस पर आवाजाही हो पाई और इसके बाद फिर पांच दिन पैदल यात्रा बंद रही।
बुधवार सुबह 20 तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई
वहीं, वर्षा के चलते बीते सोमवार को सोनप्रयाग में हाईवे के क्षतिग्रस्त हिस्से के पुनर्निर्माण को बनाया गया पैदल मार्ग भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया, जिससे तीर्थयात्री सोनप्रयाग में ही रुकने को मजबूर थे। हालांकि, अब दोबारा यहां पैदल मार्ग बन चुका है, जिससे बुधवार सुबह 20 तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई।
एसडीएम ऊखीमठ अनिल शुक्ला के अनुसार थाना सोनप्रयाग को निर्देश दिए गए हैं कि वर्षा की स्थिति में तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे जाने की अनुमति न दी जाए। बताया कि पैदल मार्ग की स्थिति अभी भी काफी खतरनाक है। वर्षा के चलते कई स्थनों पर पत्थर गिर रहे हैं। दूसरी ओर, केदारघाटी के विभिन्न हेलीपैड से धाम के लिए हेली यात्रा नियमिति संचालित हो रही है।
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